Mahashivratri महाशिवरात्रि में भूलकर भी ना इस्तेमाल करें इन फूलों को । कहीं आप गलती तो नहीं कर रहे पूजा में ? धार्मिक और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कुछ फूल हैं जो पूजा में वर्जित है । खासकर कुछ फूल ऐसे हैं जो शिवलिंग पर और कुछ पार्वती माता पर नहीं चढ़ाए जाते हैं। कई बार अनजाने में हम इन गलतियों को कर देते हैं और जो फूल वर्जित हैं पूजा में हम उन्हें भी पूजा में इस्तेमाल कर लेते हैं। तो आज हम जानेंगे कि किन फूलों का इस्तेमाल हम महाशिवरात्रि में ना करें।
महाशिवरात्रि कब है और क्या है शुभ मुहूर्त?
Mahashivratri kab hai ? महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है । इस वर्ष, पंचांग के अनुसार यह तिथि 26 फरवरी 2025 को पड़ रही है । इसका शुभ मुहूर्त है 26 फरवरी को प्रातः 11:08 से लेकर 27 फरवरी के प्रातः 8:54 तक।
महाशिवरात्रि का पावन पर्व हिंदू धर्म में काफी मान्यता रखता है। यह दिन महादेव के भक्तों के लिए बहुत खास होता है। ऐसे में भक्तगण यह प्रयास करते हैं कि वह महादेव को प्रसन्न करें अपनी मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद प्राप्त करें। ऐसे तो महादेव बहुत भोले हैं और वह मात्र एक लोटा जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं। पर महाशिवरात्रि के दिन भक्तगण प्रयास करते हैं कि महादेव को विशेष रूप से प्रसन्न किया जाए और वह फूलों और मालाओं से पूजा करते हैं।
तो पूजा में फूलों का इस्तेमाल करते हुए हमें जानकारी होनी चाहिए कि कौन सा फूल हम महादेव की पूजा में इस्तेमाल कर सकते हैं और कौन सा फूल वर्जित है, जो हमें शिवलिंग पर या माता पार्वती पर भूलकर भी नहीं चढ़ाना चाहिए।
1.केतकी का फूल

ऐसी मान्यता है कि केतकी को भगवान शिव का श्राप मिला हुआ है । इसलिए इस फूल को शिवलिंग पर ना चढ़ाएं। ऐसा माना जाता है कि इस वर्जित फूल को अगर आप शिवलिंग पर चढ़ाएंगे तो आपकी पूजा सफल नहीं होगी।
2. कमल का फूल

कमल का फूल भी महादेव की पूजा में इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कमल का फूल भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी पर आप चढ़ा सकते हैं, लेकिन शिवलिंग पर भूलकर भी इस फूल को ना चढ़ाएं।
3. कनेर का फूल

मान्यताओं के अनुसार कनेर का फूल भी शिव पूजा में वर्जित है यह आप इस्तेमाल न करें।
इन फूलों के अलावा हम कुछ फूल और कुछ फूल ऐसे भी देखते हैं जो हमें माता पार्वती या भगवान श्री गणेश पर नहीं अर्पित करने चाहिए।
1. मदार का फूल

यह मान्यता है की माता पार्वती के ऊपर मदार के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए।
2. तुलसी दल फूल

तुलसी दल फूल भगवान श्री गणेश पर नहीं अर्पित करने चाहिए ।
Mahashivratri महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर सभी भक्तगण काफी आस्था और भक्ति से पूजा पाठ करते हैं । कई भक्त इस दिन व्रत भी रखते हैं। ऐसे में भक्तगण पौराणिक मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए विधिवत अपनी पूजा करें और आशीर्वाद को प्राप्त करें।
यह लेख पौराणिक मान्यताओं पर आधारित है, और भारत365न्यूज किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता। आपसे अनुरोध है कि किसी भी जानकारी या मान्यताओं को अमल में लाने से पहले आप उसकी जांच कर लें ।